बचपन के दिन
- Anmol Dheer
- Feb 15, 2022
- 2 min read
वो बचपन का ज़माना था , कितना मासूम कितना सुहाना था। पता नहीं क्यों लेकिन आज तुम बहुत याद आ रहे हो। काश आजकल के इस टेक्नोलॉजी के ज़माने में कोई ऐसी मशीन बना दे जिस से हम अपना बचपन फिर से एक बार जी सके। तुम थे तो कोई गम नहीं था। वक़्त के इस रेस में हम सब इतने आगे निकल आये है की वो बचपन जिसे हम याद करते थे वो कही खो सा गया है।
ना किसी से कोई रोकटोक , ना किसी से कोई नाराज़गी। सिर्फ खेलना, घूमना और दोस्त के साथ मजे करना। स्कूल से आकर होमवर्क करना और फिर दोस्तों के साथ खेलने चले जाना। फिर खेल कर थक कर आना और माँ की गोद में सर रख कर सोना और सारी थकावट का उतर जाना। वो बचपन के दिन भी क्या दिन थे। पापा का रात को वेट करना ताकि पापा आये और में उनके साथ खेलु।

क्युकी बचपन में और कोई काम ही नहीं था खेलने और मजे करने के आलावा। बचपन में हमारे पास इतने पैसे नहीं होते थे लेकिन वक़्त हर किसी के पास होता था। लेकिन आजकल पैसे तो हर कोई कमा रहा है लेकिन वक़्त किसी के पास नहीं है। बचपन में ना पढ़ाई की टेंशन होती थी और ना ही फ्यूचर की।
हम बचपन में सोचते थे की हम भी जल्दी बड़े हो जाये ताकि हम भी पैसे कमाए और दोस्तों के साथ घूमने जा सके। लेकिन अब जॉब बाड़े हो गए है तब सोचते है की बचपन ही अच्छा था।
वो बचपन में ही होता था जहा हम दोस्ती करते थे और पल में तोड़ देते थे और फिर से दोस्त बन जाते थे। लेकिन आजकल तो छोटी छोटी बात पर रिलेशन ही ख़तम कर देते है।
में आज भी छोटे छोटे बच्चो को एक साथ खेलते हुए, हस्ते हुए देखता हु तो मुझे भी अपना बचपन याद आ जाता है। में भी कभी बिना कोई टेंशन लिए अपने दोस्तों के साथ खेला करता था। और आज वही दोस्त पैसे कमाने में इतने बिजी हो गए है। पहले हम प्लान बनाते थे कही घूमने जाने का और आजकल प्लान बनाते है मिलने का। वक़्त कितना बदल गया है।
पहले चाहे हमारी फोटो अच्छी नहीं आती थी लेकिव वो वक़्त बहुत पायरा था।
वो बचपन के गेम्स कितने अच्छे होते थे। वो पकड़म पकड़ाई, गुल्ली डंडा और न जाने कोन- कोन से गेम्स खेला करते थे।लेकिन आजकल तो अपने अपने फ़ोन में गेम्स खेल लेते है।
बचपन में अगर टाइम पास नहीं होता था तो हम दोस्तों के साथ मिलकर कही चले जाते थे। और आजकल अगर लोगो का टाइम पास नहीं होता तो लोग अपने फ़ोन में गेम्स खेलकर या YouTube पर फनी वीडियोस देख कर टाइम पास कर लेते है।
Comments